दोनों विषय यह भी मानते हैं कि तकनीकी प्रक्रिया को इस तथ्य से अलग नहीं किया जा सकता है कि प्राप्तकर्ता को डेटा का कूटानुवाद करना पड़ता है अर्थात् डेटा को मुख्य के रूप में पहचानते हुए उसका अर्थ निकालने में सक्षम रहना पड़ता है.
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दोनों विषय यह भी मानते हैं कि तकनीकी प्रक्रिया को इस तथ्य से अलग नहीं किया जा सकता है कि प्राप्तकर्ता को डेटा का कूटानुवाद करना पड़ता है अर्थात् डेटा को मुख्य के रूप में पहचानते हुए उसका अर्थ निकालने में सक्षम रहना पड़ता है.